Je ko marey maran hai meetha, gur prasaadi jinhi mari deetha Lyrics :
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जे को मरे मरन है मीठा, गुर प्रसादि जिनहीं मरि दीठा। टेक
मूवा करता मुई ज करनी, मुई नारि सुरति बहुत धरनी । १
मूवा आपा मूवा मान, परपंच लेई मूवा अभिमान। २
राम रमें रमि जे जन मूवा, कहैं कबीर अबिनासी हूवा । ३
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Je ko marey maran hai meetha, gur prasaadi jinhi mari deetha | tek
Moova karta muyi ja karni, muyi naari surati bahut dharni | 1
Moova aap muva maan, parpanch leyi muva abhimaan | 2
Ram ramein rami je jan moova, kahein kabir abinaasi huva | 3