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Ab Koi Khetiya Mann Lavei Lyrics – अब कोई खेतिया मन लावै॥

Ab Koi Khetiya Mann Lavei Lyrics :

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1. ज्ञान कुदार ले बंजर गोड़े, नाम को बीज बोवावे॥

2. सुरत सरावन नय कर फेरे, ढेला रहन न पावै॥

3. मनसा खुरपनी खेत निरावै, दूब बचन नहिं पावै॥

4. कोस पचीस इक बथुवा नीचे, जड़ से खोदि बहावै॥

5. काम क्रोध के बैल बने हैं, खेत चरन को आवैं॥

6. सुरति लकुटिया ले फटकारै, भागत राह न पावैं॥

7. उलटि उलटि के खेत को जोतै, पूर किसान कहावै॥

8. कहैं कबीर सुनो भाई साधो, तब वा घर को पावै॥

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1. Gyana kudaar le banjar gode, naam ko beej bovave॥

2. Surat saraavan naya kar fere, dhela rahan na pave॥

3. Manasa khurapani khet nirave, doob bachan nahin pave॥

4. Kos pachis ik bathuva niche, jad se khodi bahave॥

5. Kam krodh ke bail bane hein, khet charan ko aavein॥

6. Surati lakutiya le fatakari, bhaagat raah na paavein॥

7. Ulati ulati ke khet ko jotei, pur kisan kahavei॥

8. Kahein kabir suno bhai sadho, tab va ghar ko pavei॥

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