Mat Kar Moha Tu Lyrics :
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मत कर मोह तू हरि भजन को मान रे।
1. नयन दिये दर्शन करने को,
स्रवण दिए सुन कान रे।
2. बदन दिया हरि गुण गाने को,
हाथ दिए कर दान रे।
3. कहत कबीर सुनो भाई साधो,
कंचन निपजत धान रे।
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Mat kar moh tu hari bhjan ko maan re.
1. Nyn diye drshn krne ko,
Srvn die sun kaan re.
2. Bdn diyaa hri gaun gaaane ko,
Haath die kr daan re.
3. Kht kabir suno bhaaee saadho,
Kanchn nipjt dhaan re.