Aaaj Meri Suniye Araj Girdhari Lyrics :
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आज मेरी सुनिये अरज गिरधारी
मैं तो आया हूँ शरण तुमारी || टेक ||
बालापन सब खेल गवायो तरुण कियो वश नारी
गृह कुटुम्ब के पोशण कारण परघर होय भिखारी
मैं जानत यह बांधव मेरे स्वारथ की सब यारी
धन से हीन भयो मैं जबही सबको लाग्यो खारी
आया था जिस काम करनको उसकी याद बिसारी
आकर मायाजाल में फन्सिया निकलन की नहि वारी
भवसागर में डूबत हूँ अब लीजिये वेग उबारी
करो करुणा प्रभु तुम बिन को हितकारी ||
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Aaj meri suniye araj girdhaari
Main to aaya huun sharan tumari. || tek ||
Balapan sab khel gawaayo tarun kiyo vash naari
Grih kuttumb ke poshan kaaran parghar hoye bhikhari
Main jaanat yeh baandhav mere swaasth ki sab yaari
Dhan se heen bhayo main jab hi sabko lagyo khaari
Aaya tha jis kaam karan ko uski yaad bisaari
Aakar mayajaal mein fanseya niklan ki nahi vaari
Bhavsaagar mein doobat hun ab lijiye vaig ubaari
Karo karuna prabhu tum bin ko hitkari