Aisi Preet Karo Mann Mere Lyrics :
_________________________________________________________________
ऐसी प्रीति करहु मन मेरे।।
आठ पहर प्रभ जानहु नेरे।।
मन महि सिंचहु हरि हरि नाम।।
अनदिनु कीरतनु हरि गुण गाम।।
कहु नानक जा के निरमल भाग।।
हरि चरनी ता का मनु लाग।।
_________________________________________________________________