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Raj

Andh Re Andh Sansar Sab Dhoondh Hai, Kaal Ke Fand Ki Khabar Naahin Lyrics – अंध रे अंध संसार सब धुंध है, काल के फंद की खबर नाहीं।

Andh Re Andh Sansar Sab Dhoondh Hai, Kaal Ke Fand Ki Khabar Naahin Lyrics : _________________________________________________________________ 1. करत उन्माद विष स्वाद संसार का, मगन मस्तान है तासु माहीं। 2. नैन मद अंध अरु बैन मुख छार है, चलन गुमान में छाँह देखै। 3. कहैं कबीर नर नारि सब एक से, काल चपेटी हैं नाहि पेखै॥ _________________________________________________________________ 1. Karat unmad viṣh swad sansar ka, magan mastan… Read More »Andh Re Andh Sansar Sab Dhoondh Hai, Kaal Ke Fand Ki Khabar Naahin Lyrics – अंध रे अंध संसार सब धुंध है, काल के फंद की खबर नाहीं।

Nath Teri Mayajaal Bichhaya Lyrics – नाथ तेरी मायाजाल बिछाया

Nath Teri Mayajaal Bichhaya Lyrics : _________________________________________________________________ नाथ तेरी मायाजाल बिछायाजामे सब जग फिरत भुलाया || टेक || कर निवास नौमास गर्भ मेंफिर भूतल में आयाखानपान विषया रस भोगनमात पिता सिखलाया || 1 || घर में सुन्दर नारी मनोहरदेख देख ललचायासुन सुन मीठी बात सुतन कीमोह पाश में फसाया || 2 || गृहकाज में निशदिन फिरतेसकलो जन्म बितायाआशा प्रबल भई मन भीतरनिर्बल हो गई काया… Read More »Nath Teri Mayajaal Bichhaya Lyrics – नाथ तेरी मायाजाल बिछाया

Hari Jan Jeevta Nahi Mua Lyrics – हरि जन जीवता नहिं मुआ।

Hari Jan Jeevta Nahi Mua Lyrics : _________________________________________________________________ हरि जन जीवता नहिं मुआ।। टेक।। पाँच तीन पचीस पायक, बाँधि डारु कुआ ।।1।। अष्ट दल के कमल भीतर, बोलता इक सुआ ।।2।।तोरि पिंजर उड़न चाहत, प्रेम परगट हुआ ।।3।। सीव के घर सक्ति आई, खेलता जम जुआ ।।4।। काटि कसमल चढ़ो भाठी, सेस ससि घर चुआ ।।5।। गगन मद्धे सुरति लागी, सब्द अनहद हुआ ।।6।।दास यारी… Read More »Hari Jan Jeevta Nahi Mua Lyrics – हरि जन जीवता नहिं मुआ।