Ko Sikhvei Adhman Ko Jaana Lyrics – को सिखवै अधमन को ज्ञाना।
Ko Sikhvei Adhman Ko Jaana Lyrics : _________________________________________________________________ को सिखवै अधमन को ज्ञाना। टेक साधु संगति कबहूँ नहिं कीन्हा, रटत-रटत जग जन्म सिराना। १ दया धर्म को चीन्हत नाहीं, नहिं लागे सतगुरु के काना। २ क़र्ज़ काढ़ि के वेश्या राखै, साधु आय तो घर नहिं दाना। ३ कहैं कबीर जब यमपुर जइहैं, मारहि मार उठै घमसाना। ४ _________________________________________________________________