Har Bin Tero Ko Na Sahai Lyrics – हरि बिनु तेरो को न सहाई।।
Har Bin Tero Ko Na Sahai Lyrics : _________________________________________________________________ हरि बिनु तेरो को न सहाई।। कां की मात पिता सुत बनिता, को काहू को भाई।। 1. धनु धरनी अरु संपति सगरी, जो मानिओ अपनाई।।तन छूटै कछु संगि न चालै, कहा ताहि लपटाई।। 2. दीन दइआल सदा दुख भंजन, ता सिउ रूचि न बढाई।।नानक कहत जगत सभ मिथिआ, जिउ सुपना रैनाई।। _________________________________________________________________ har binu tero ko… Read More »Har Bin Tero Ko Na Sahai Lyrics – हरि बिनु तेरो को न सहाई।।