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Raj

Unn Ke Sang Mohi Lyrics – उन कै संगि, मोहि प्रभु चिति आवै

Unn Ke Sang Mohi Lyrics : _________________________________________________________________ उन कै संगि, मोहि प्रभु चिति आवै, संत प्रसादि मोहि जागी।।सुनि उपदेसु भए मन निरमल, गुन गाए रंगि रांगी।। 1. इहु मनु देइ कीए संत मीता,क्रिपाल भए बडभागी।।महा सुखु पाइआ, बरनि न साकउ, रेनु नानक जन पागी।। 2. प्रभ मेरे ओइ बैरागी तिआगी।।हउ इकु खिनु तिसु बिनु रहि न सकउ, प्रीति हमारी लागी।। रहाउ।। _________________________________________________________________

Main Girdhar Ke Ghar Jaaoon Lyrics – मैं गिरधर के घर जाऊं

Main Girdhar Ke Ghar Jaaoon Lyrics : _________________________________________________________________ मैं गिरधर के घर जाऊं। गिरधर म्हारो साचो प्रीतम देखत रूप लुभाऊं। 1. रैन पड़े तब ही उठ जाऊं, भोर भए उठ आऊं,रैन दिनां वाके संग खेलूं, ज्यों त्यों ताहिं रिझाऊं। 2. जो पहरावे सोई पहरूं, जो देवे सोई खाऊं,मेरी उनकी प्रीत पुरानी, उन बिन पल न रहाऊं। 3. जहां बैठावे तित्त ही बैठूं, बेचे तो बिक… Read More »Main Girdhar Ke Ghar Jaaoon Lyrics – मैं गिरधर के घर जाऊं

Kahe Kun Bhiti Banaoon Tati, Ka Janoon Kahan Parihai Maati Lyrics – काहे कूँ  भीति बनाऊँ टाटी, का जानूँ कहाँ परिहैं माटी।

Kahe Kun Bhiti Banaoon Tati, Ka Janoon Kahan Parihai Maati Lyrics : _________________________________________________________________ काहे कूँ  भीति बनाऊँ टाटी, का जानूँ कहाँ परिहैं माटी। १ काहे कूँ मंदिर महल चिनाउं, मुवा पीछे घड़ी एक रहन न पाऊँ। २  काहे  को  छाऊँ ऊँच ऊँचेरा। साढ़े तीन हाथ घर मेरा। ३  कहैं कबीर नर गरब न कीजै, जेता तन तेती भुँइ लीजै। ४  _________________________________________________________________