Nath Kaise Drupdike Chir Badhaye Lyrics – नाथ कैसे द्रुपदीके चीर बढ़ाए
Nath Kaise Drupdike Chir Badhaye Lyrics : _________________________________________________________________ नाथ कैसे द्रुपदीके चीर बढ़ाएजाको देख सभी विस्माये || टेक || कौरव पांडव मिल आपस में जूबा खेल रचाये ||डार कपट का पासा शकुनी पांडव राज्य हराए ||द्रुपदसुता को बीच सभा के नगन करण को लाये ||द्वारिकानाथ लाज रख मेरी तुम बिन कौन सहाए ||दुःशासन ने पकड़ केशसे चीर बदन से हटाये ||खेंचत खेंचत अंत न आयो… Read More »Nath Kaise Drupdike Chir Badhaye Lyrics – नाथ कैसे द्रुपदीके चीर बढ़ाए