Kaya Nagar Anoop Dekh Mann Bhaavhi Lyrics – काया नगर अनूप देख मन भावहीं।
Kaya Nagar Anoop Dekh Mann Bhaavhi Lyrics : _________________________________________________________________ काया नगर अनूप देख मन भावहीं। सखी बसत तहँ पाँच, कोई लख पावहीं। १ पाँचन संग पचीस, तीन अरु देखहीं। गुन तीनों परचंड, सोई निज खेलहीं॥ २ तैंतीसों बड़ जोर, तो दुंद मचावहीं। मन संगम मन लाग, रैन दिन धावहीं। ३ काम क्रोध हंकार, लोभ मन भावहीं। यह मनुवा बड़जोर, हाथ नहिं आवहीं॥… Read More »Kaya Nagar Anoop Dekh Mann Bhaavhi Lyrics – काया नगर अनूप देख मन भावहीं।