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Bhajans Lyrics

Bhajans Lyrics

Mere Sadguru Deyi Bataaye Lyrics – मेरे सदगुरु दई बताय

Mere Sadguru Deyi Bataaye Lyrics : _________________________________________________________________ मेरे सदगुरु दई बताय, दलाली लालन की।। 1. लाल पड़ा मैदान में, कीच रहा लपटाय।निगुरे-निगुरे लख गये, सुगरा लिया उठाय।। 2. सबके पल्ले लाल हैं, सबहीं साहूकार।गाँठ खोल परखा नहीं, या विधि या व्यवहार।। 3. उधर से अंधा आवता, इधर से अंधा जाय।अंधे को अंधा मिला, रस्ता कौन बताय।। 4. मक्खी बैठी शहद पर, पंख रही लिपटाय।उड़ने का… Read More »Mere Sadguru Deyi Bataaye Lyrics – मेरे सदगुरु दई बताय

Bhoola log kahein ghar mera Lyrics – भूला लोग कहैं घर मेरा ।

Bhoola log kahein ghar mera Lyrics : _________________________________________________________________ भूला लोग कहैं घर मेरा । जा घर में तू भूला डोले, सो घर नाहीं तेरा । टेक हाथी घोड़ा बैल बाहना, संग्रह कियो घनेरा । बस्ती मा से दियो खदेरा, जंगल कियो बसेरा । १ गाँठी बाँधि खर्च नहिं पठयो, बहुरि न कियो फेरा । बीबी बाहर हरम महल में, बीच मियॉँ का डेरा । २… Read More »Bhoola log kahein ghar mera Lyrics – भूला लोग कहैं घर मेरा ।

Sadguru Hai Purusha Akela Lyrics – सतगुरु है पुरुष अकेला। पिंड ब्रह्मण्ड के बाहर मेला

Sadguru Hai Purusha Akela Lyrics : _________________________________________________________________ सतगुरु है पुरुष अकेला। पिंड ब्रह्मण्ड के बाहर मेला ।1। दूर ते दूर ऊँच तें ऊँचा। बाट न घाट गली नहिं कूचा ।2। आदि न अंत मध्य नहिं तीरा, अगम अपार अति गहिर गँभीरा ।3। कच्छ दृष्टि तह ध्यान लगावै। पल मह कीट भृंग होइ जावै ।4। जैसे चकोर चंद के पासा। दीसै धरती बसै अकासा ।5। कह… Read More »Sadguru Hai Purusha Akela Lyrics – सतगुरु है पुरुष अकेला। पिंड ब्रह्मण्ड के बाहर मेला