Dekh bey dekh alekh ke khel ko, bana sarbaz nana apaara Lyrics – देख बे देख अलेख के खेल को, बना सर्बज्ञ नाना अपारा ।
Dekh bey dekh alekh ke khel ko, bana sarbaz nana apaara Lyrics : _________________________________________________________________ देख बे देख अलेख के खेल को, बना सर्बज्ञ नाना अपारा । १ आपही भोग बिलास रस कामिनी, आपही नन्द का कान्ह कुमारा । २ आपही भक्त प्रह्लाद हिरनाकुस, अपना उदर लै आप फारा । ३ कहैं कबीर यह मन का खेल है, चित्र के बान तें कौन मारा । ४… Read More »Dekh bey dekh alekh ke khel ko, bana sarbaz nana apaara Lyrics – देख बे देख अलेख के खेल को, बना सर्बज्ञ नाना अपारा ।