Jagat Mein Joothi Dekhi Preet Lyrics – जगत में झूठी देखी प्रीत
Jagat Mein Joothi Dekhi Preet Lyrics : _________________________________________________________________ जगत में झूठी देखी प्रीत, 1. अपने ही सुख स्यों सब लागे, क्या दारा क्या मीत।। 2. मेरी मेरी सबै कहत है, हित स्यों बांधें चीत। 3.अंत काल संगी नहीं कोई, ये अचरज है रीत।। 4. मन मूरख अजंहु नहीं समझत, सिख दे हारयो नीत। 4. नानक भव जल पार कर जो, गावे प्रभु के गीत।। _________________________________________________________________… Read More »Jagat Mein Joothi Dekhi Preet Lyrics – जगत में झूठी देखी प्रीत