Do Din Ka Mela Jag Mein Lyrics – दो दिन का मेला जग में
Do Din Ka Mela Jag Mein Lyrics : _________________________________________________________________ दो दिन का मेला जग में, सब चलाचली का खेला। 1. कोई चला गया कोई जावे, कोई गठड़ी बांध सिधावे,कोई खड़ा तैयार अकेला। 2. पाप कपट कर के छल माया, धन लाख करोड़ कमाया,संग चले न एक धेला। 3. मात-पिता सुत ओर भाई, कोई अंत सहायक नाहीं,क्यों भरे पाप का ठेला। 4. यह नश्वर है सब… Read More »Do Din Ka Mela Jag Mein Lyrics – दो दिन का मेला जग में