Apne Ghat Mein Diyana Baroo Re Lyrics – अपने घट में दियना बारु रे॥
Apne Ghat Mein Diyana Baroo Re Lyrics : _________________________________________________________________ 1. घट के भीतर बहुत अंधेरा, ब्रह्म अग्नि उजियारु रे। 2. जगमग जोत निहारु मंदिर में, तन मन सब भारु रे। 3. झूठी जान जगत की आशा, बारम्बार बिसारु रे। 3. कहैं कबीर सुनो भाई साधो, आपन काज सँवारु रे। _________________________________________________________________ 1. Ghat ke bhitar bahut andhera, brahma agni ujiyaru re। 2. Jagamag jot niharu mandir… Read More »Apne Ghat Mein Diyana Baroo Re Lyrics – अपने घट में दियना बारु रे॥