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brahmanand Bhajan Lyrics

Jaag Musafir Dekh Jara Lyrics – जाग़ मुसाफिर देख ज़रा

Jaag Musafir Dekh Jara Lyrics : _________________________________________________________________ जाग़ मुसाफिर देख ज़रावो तो कूच की नौबत बाज रही ॥ टेक ॥सोवत सोवत बीत गई सब रात तुझे परभात भई ।सब संग के साथी तो लाद गये तेरे नैनन नींद बिराज रही ॥ १ ॥कोई आज गया कोई काल गया कोई जावन काज तियार खडा ।नहि कायम कोई मुकाम यहां चिरकाल से येही रिवाज रही ॥ २… Read More »Jaag Musafir Dekh Jara Lyrics – जाग़ मुसाफिर देख ज़रा

Ajab teree umaraa beet rahee kaise dhare man dheer Lyrics – अजब तेरी उमरा बीत रही कैसे धरे मन धीर ॥ टेक ॥

Ajab teree umaraa beet rahee kaise dhare man dheer Lyrics : _________________________________________________________________ अजब तेरी उमरा बीत रही कैसे धरे मन धीर ॥ टेक ॥दिनदिन घडिघडि पलपल जावे जिम अंजलि का नीर ॥गया बकत फिर हाथ न आवे लाख करो तदबीर ॥मोक्ष दुबार मिली यह काया करले जतन नर वीर ॥ब्रम्‍हानंद सुमर जगदीश्वर मिटे सकल भवपीर ॥ _________________________________________________________________ Ajab teree umaraa beet rahee kaise dhare man… Read More »Ajab teree umaraa beet rahee kaise dhare man dheer Lyrics – अजब तेरी उमरा बीत रही कैसे धरे मन धीर ॥ टेक ॥

Kahe Nath Jalandhar Dhyaani Lyrics – कहे नाथ जलंधर ध्यानी

Kahe Nath Jalandhar Dhyaani Lyrics : _________________________________________________________________ कहे नाथ जलंधर ध्यानीसुन गोपीचंद सुजानी || टेक ||जब मूलबंध दृढ़ लावे |तब उलट पवन चढ़ जावे जी | सब दश में द्वार समानी || सुन——दिनदिन जब योगवधारा | तब शुष्क होय तन सारा जी |भूमि जल राख सुकानी || सुन——–फिर चंद्रकला रस भीना | सब होय शरीर नवीना जी |अजरामर सिद्धि निधानी || सुन————मरमर के फिर जो… Read More »Kahe Nath Jalandhar Dhyaani Lyrics – कहे नाथ जलंधर ध्यानी