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brahmanand Bhajan Lyrics

Satsangat Jag Saar Sadho Satsangat Jag Saar Re Lyrics – सतसंगत जग सार साधो सतसंगत जग सार रे ॥ टेक ॥

Satsangat Jag Saar Sadho Satsangat Jag Saar Re Lyrics : _________________________________________________________________ सतसंगत जग सार साधो सतसंगत जग सार रे ॥ टेक ॥काशी न्हाये मथुरा न्हाये न्हाये हरिद्वार रेचार धाम तीरथ फिर आये मनका नही सुधार रे ॥ १बनमें जाय कियो तप भारी काया कष्ट अपार रेइन्द्रिय जीत करी वश अपने हिरदे नही बिचार रे ॥ २मंदिर जाय करे नित पूजा राखे बडो आचार रेसाधुजन की… Read More »Satsangat Jag Saar Sadho Satsangat Jag Saar Re Lyrics – सतसंगत जग सार साधो सतसंगत जग सार रे ॥ टेक ॥

Hari Naam Sumar Teri Jaae Umar | Ghadiyal Chhin Bhar Nahi Dilse Bisaar Lyrics – हरि नाम सुमर तेरी जाय उमर । घडियल छिन भर नहि दिलसे बिसार ।

Hari Naam Sumar Teri Jaae Umar | Ghadiyal Chhin Bhar Nahi Dilse Bisaar Lyrics : _________________________________________________________________ हरि नाम सुमर तेरी जाय उमर । घडियल छिन भर नहि दिलसे बिसार ।सब शोच फिकर । नर मनसे बिदाई ॥ १ ॥सुत मीत नार घर कारबार । जगकी बहार दिन देख चार ।कोइ अंत बार । तेरे संग न सहाई ॥ २ ॥राजा वजीर रण शूर वीर ।… Read More »Hari Naam Sumar Teri Jaae Umar | Ghadiyal Chhin Bhar Nahi Dilse Bisaar Lyrics – हरि नाम सुमर तेरी जाय उमर । घडियल छिन भर नहि दिलसे बिसार ।

Pachhtavenga Pachhtavenga Phir Vela Hath Na Aavega Lyrics – पछतावेंगा पछतावेंगा फिर वेला हथ न आवेगा ॥ टेक ॥

Pachhtavenga Pachhtavenga Phir Vela Hath Na Aavega Lyrics : _________________________________________________________________ पछतावेंगा पछतावेंगा फिर वेला हथ न आवेगा ॥ टेक ॥रतन अमोलक मिलया भारी कांच समझकर दीना डारीपीछे खोजत फिरे अनारी फेर कबी नहि पावेगा ॥ १नदी किनारे बाग़ लगाया गाफिल सोवे ठंडी छायाचुन चुन चिड़ियां सब फल खाया खाली खेत रहावेगा ॥ २रेता का तुं महल बनावे करकर जातन समान जमावेपल में बरखा आन गिरावे… Read More »Pachhtavenga Pachhtavenga Phir Vela Hath Na Aavega Lyrics – पछतावेंगा पछतावेंगा फिर वेला हथ न आवेगा ॥ टेक ॥