Piya Milan Ke Kaaj Lyrics – पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी।
Piya Milan Ke Kaaj Lyrics : _________________________________________________________________ पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी। 1. हार श्रृंगार छोड़ के सारे अंग विभूति रमाऊँगी,सिगी सैली पहर गले में, अलख जगाऊँगी। 2. ऋषि मुनियों के आश्रम जा कर खोज लगाऊँगी,अंदर बाहर सब जग ढूँढूँ, नहीं अटकाऊँगी। 3. निस दिन उसका ध्यान लगाकर दर्शन पाऊँगी,काशी मथुरा सब तीरथ नहाऊँगी| 4. जाऊँ हिमाचल करूं तपस्या, तन को सुखाऊँगी।ब्रह्मानन्द… Read More »Piya Milan Ke Kaaj Lyrics – पिया मिलन के काज आज जोगन बन जाऊँगी।