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gurbani Bhajan Lyrics

Satguru Ki Sewa Lyrics – सतिगुर की सेवा सफलु है

Satguru Ki Sewa Lyrics : _________________________________________________________________ सतिगुर की सेवा सफलु है, जे को करे चितु लाइ।।मनि चिंदिआ फलु पावणा, हउमै विचहु जाइ।। बंधन तोड़ै मुकति होइ, सचे रहै समाइ।।इसु जग महि नामु अलभु है, गुरमुखि वसै मनि आइ।। नानक जो गुरु सेवहि आपणा, हउ तिन बलिहारै जाउ।। _________________________________________________________________

Unn Ke Sang Mohi Lyrics – उन कै संगि, मोहि प्रभु चिति आवै

Unn Ke Sang Mohi Lyrics : _________________________________________________________________ उन कै संगि, मोहि प्रभु चिति आवै, संत प्रसादि मोहि जागी।।सुनि उपदेसु भए मन निरमल, गुन गाए रंगि रांगी।। 1. इहु मनु देइ कीए संत मीता,क्रिपाल भए बडभागी।।महा सुखु पाइआ, बरनि न साकउ, रेनु नानक जन पागी।। 2. प्रभ मेरे ओइ बैरागी तिआगी।।हउ इकु खिनु तिसु बिनु रहि न सकउ, प्रीति हमारी लागी।। रहाउ।। _________________________________________________________________

Kaa Maangun Kuch Thir Naa Lyrics – का माँगू कुछ थिर ना रहाई

Kaa Maangun Kuch Thir Naa Lyrics : _________________________________________________________________ का माँगू कुछ थिर ना रहाई, देखत नैन चला जग जाई। 1. इक लाख पूत सवा लाख नाती, ता रावण घर दीया ना बाती। 2. लंका सो कोट समुद्र सी खाई, ता रावण की खबरि ना पाई। 3. आवत संग ना जात संगाती,का हुआ दल बाँधे हाथी। 4. कहे कबीर अंत की बारी, हाथ झाड़ ज्यों चले… Read More »Kaa Maangun Kuch Thir Naa Lyrics – का माँगू कुछ थिर ना रहाई