Chalna Hai Dur Musafir Lyrics – चलना है दूर मुसाफिर
Chalna Hai Dur Musafir Lyrics : _________________________________________________________________ चलना है दूर मुसाफिर काहे सोवे रे। 1. चेत अचेत नर सोच बावरे, बहुत नींद मत सोवे रे,काम क्रोध मद लोभ में फंसकर, उमरिया काहे खोवे रे। 2. सिर पर माया मोह की गठरी, संग दूत तेरे होवे रे,सो गठरी तेरी बीच में छिन गई, मूढ़ पकड़ कहाँ रोवे रे। 3. रस्ता तो दूर कठिन है, चल अब… Read More »Chalna Hai Dur Musafir Lyrics – चलना है दूर मुसाफिर