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kabir Bhajan Lyrics

Ishta Avadhoot Ka Dusht Nahi Sahi Sakey, Dusht Do Dvait Ki Dhrashti Bhaase Lyrics – इष्ट अवधूत का दुष्ट नहिं सहि सके, दुष्ट को द्वैत की दृष्टि भासै ।

Ishta Avadhoot Ka Dusht Nahi Sahi Sakey, Dusht Do Dvait Ki Dhrashti Bhaase Lyrics : _________________________________________________________________ इष्ट अवधूत का दुष्ट नहिं सहि सके, दुष्ट को द्वैत की दृष्टि भासै । १  परम प्रकास जो भेद पावै नहीं, इन्द्रियाँ द्वार की रहित आसै । २ कहत सब संत अगाध मैं कहा कहूँ, बिना निर्बेद नहिं दृष्टि आवै । ३  कहैं  कबीर  यह खेल  बारीक़  है, बिना गुरुदेव… Read More »Ishta Avadhoot Ka Dusht Nahi Sahi Sakey, Dusht Do Dvait Ki Dhrashti Bhaase Lyrics – इष्ट अवधूत का दुष्ट नहिं सहि सके, दुष्ट को द्वैत की दृष्टि भासै ।

Apne Ghat Mein Diyana Baroo Re Lyrics – अपने घट में दियना बारु रे॥

Apne Ghat Mein Diyana Baroo Re Lyrics : _________________________________________________________________ 1. घट के भीतर बहुत अंधेरा, ब्रह्म अग्नि उजियारु रे। 2. जगमग जोत निहारु मंदिर में, तन मन सब भारु रे। 3. झूठी जान जगत की आशा, बारम्बार बिसारु रे। 3. कहैं कबीर सुनो भाई साधो, आपन काज सँवारु रे। _________________________________________________________________ 1. Ghat ke bhitar bahut andhera, brahma agni ujiyaru re। 2. Jagamag jot niharu mandir… Read More »Apne Ghat Mein Diyana Baroo Re Lyrics – अपने घट में दियना बारु रे॥

Chaam ke mahal mein bhool mat baavre, swapan ka sang hai bujhi rehna Lyrics – चाम के महल में भूल मत बावरे, स्वपन का संग है बुझि रहना। १

Chaam ke mahal mein bhool mat baavre, swapan ka sang hai bujhi rehna Lyrics : _________________________________________________________________ चाम के महल में भूल मत बावरे, स्वपन का संग है बुझि रहना। १ साँच को प्रीतिकर स्वप्न धोखा तजो, चाम अरु राम को चीन्ह गहना। २ जासु का खोज सब रोज तुम करत हो, मुकुर की छाह में नाहिं लेना। ३ देख ले आपना आपको आपही, कहैं कबीर… Read More »Chaam ke mahal mein bhool mat baavre, swapan ka sang hai bujhi rehna Lyrics – चाम के महल में भूल मत बावरे, स्वपन का संग है बुझि रहना। १