Jahnva se aayo amar voh desva Lyrics – जहँवा से आयो अमर वह देसवा। टेक
Jahnva se aayo amar voh desva Lyrics : _________________________________________________________________ जहँवा से आयो अमर वह देसवा। टेकपानी न पौन धरती अकसवा, चाँद न सूर न रैन दिवसवा। १ ब्राह्मण छत्री न सूद्र बैसवा, मुगल पठान न सैयद सेखवा। २ जोगी न जंगम मुनि दरवेसवा, आदि न अंत न कॉल कलेसवा। ३ कहत कबीर ये सत्य संदेसवा, सार शब्द गहि चलो वह देसवा। ४ _________________________________________________________________