Ja kul bhakti bhaag bad hoee Lyrics – जा कुल भक्ति भाग बड़ होई।
Ja kul bhakti bhaag bad hoee Lyrics : _________________________________________________________________ जा कुल भक्ति भाग बड़ होई। गनिये न बरण अबरन रंग धन, विमल बंस है सोई। टेक ब्राह्मण छत्री वैश्य शूद्र सम, जाति चंडाल मलेच्छ जो होई। होय पुनीत भजे भगवंता, आप तरे तारे कुल दोई। १ धन वह गाँव ठाँव सो पावन, होत पुनीत संग के लोई। सुर पण्डित अौ नृपति जहाँ तक, भक्ति बराबर… Read More »Ja kul bhakti bhaag bad hoee Lyrics – जा कुल भक्ति भाग बड़ होई।