Karo Re Mannva Din Ki Tadbeer Lyrics – करो रे मन वा दिन की तदबीर ।
Karo Re Mannva Din Ki Tadbeer Lyrics : _________________________________________________________________ करो रे मन वा दिन की तदबीर । टेक जब यमराजा आन पड़ेंगे, नेक धरत नहिं धीर। मुगरिन मारि के प्राण निकासत, नैनन भरि हैं नीर। १ भवसागर इक अगम पंथ है, नदी बहत गंभीर । नाव न बेड़ा लोग घनेरा, केवट हैं बेपीर ॥ २ घर तिरिया अरधंगी बैठी, मात पिता सुत बीर।माल मुलुक… Read More »Karo Re Mannva Din Ki Tadbeer Lyrics – करो रे मन वा दिन की तदबीर ।