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kabir Bhajan Lyrics

Guru se kar mel gavaara, ka sovat barambara Lyrics – गुरु से कर मेल गंवारा, का सोवत बारम्बारा। टेक

Guru se kar mel gavaara, ka sovat barambara Lyrics : _________________________________________________________________ गुरु से कर मेल गंवारा, का सोवत बारम्बारा। टेक जब पार उतरना चहिए, तब केवट से मिल रहिये। तब उतरि जाय भवपारा, तब छूटे यह संसारा। १ जब दरशन को दिल चहिये, तब दर्पण माँजत रहिये। जब दर्पण लागी काई, तब दरस कहाँ से पाई। २ जब गढ़ पर बजी बधाई, तब देख तमासे… Read More »Guru se kar mel gavaara, ka sovat barambara Lyrics – गुरु से कर मेल गंवारा, का सोवत बारम्बारा। टेक

Ajahun Samajh Mann Ajahun Samaj Mann, Ajahun Samajh Mann Bhanvara Ho Lyrics – अजहुँ समझ मन अजहुँ समझ मन, अजहुँ समझ मन भंवरा हो।

Ajahun Samajh Mann Ajahun Samaj Mann, Ajahun Samajh Mann Bhanvara Ho Lyrics : _________________________________________________________________ 1. तन फुलवारी कुसल मत जानो, दो दिन फूल के गजरा हो। 2. अस्ट पहर की घड़ी बिचारो, सिर पर काल के रगड़ा हो। 3. जल में मीन करत सुख चैना, खैंचत धीमर यमड़ा हो। 4. ज्ञान बिराग बिना भी जोगी, यों हि कहावत सगुरा हो। 5. कहैं कबीर सुनो हो… Read More »Ajahun Samajh Mann Ajahun Samaj Mann, Ajahun Samajh Mann Bhanvara Ho Lyrics – अजहुँ समझ मन अजहुँ समझ मन, अजहुँ समझ मन भंवरा हो।

Jag mein samajh boojh raho bhai Lyrics – जग में समझ बूझ रहो भाई। टेक

Jag mein samajh boojh raho bhai Lyrics : _________________________________________________________________ जग में समझ बूझ रहो भाई। टेक यह दुनिया बहु रंग बावरी, जहँ तहँ तीर्थ नहाई। कटे न पाप रहे तन भीतर, मन के मैल न जाई । १ जोगी तपसी तप में भूले, पंडित भूल पंडिताई। सत्य बचन कबहुँ नहिं आये, मिथ्या जन्म गँवाई। २ साहु महाजन धन में भूले, दया दीन्ह बिसराई। पाप की… Read More »Jag mein samajh boojh raho bhai Lyrics – जग में समझ बूझ रहो भाई। टेक