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kabir Bhajan Lyrics

Mukhra Kya Dekhe Darpan Mein Lyrics – मुखड़ा क्या देखै दरपन में

Mukhra Kya Dekhe Darpan Mein Lyrics : _________________________________________________________________ मुखड़ा क्या देखै दरपन में, दया धरम नहीं मन में।। 1. गहिरी नदिया नाव पुरानी, उतरन चाहै पल में।प्रेम की नइया पार उतर गई, पापी बूड़े जल में।। 2. दर्पण देखत मूँछ मरोरत, तेल चुवत जुलफन में।एक दिन ऐसा आन पड़ेगा, धूल उड़े यहि तन में।। 3. आम की डार कोइलिया बोलै, सुवना बोलै बन में।घरवारी घरही… Read More »Mukhra Kya Dekhe Darpan Mein Lyrics – मुखड़ा क्या देखै दरपन में

Sumiran Kar Le Mere Mana Lyrics – सुमिरन कर ले मेरे मना ।

Sumiran Kar Le Mere Mana Lyrics : _________________________________________________________________ सुमिरन कर ले मेरे मना । टेक हस्ति दन्त बिनु, पंछी पंख बिनु नारी पुरुष बिना । वेश्या- पुत्र पिता बिनु हीना, वैसे प्राणी ज्ञान बिना । १ देह नैन बिनु रैन चंद बिनु, मंदिर दीप बिना । जैसे तरुवर फल बिन हीना, वैसे प्राणी ज्ञान बिना । २ कूप नीर बिनु धेनु क्षीर बिनु, धरती मेह… Read More »Sumiran Kar Le Mere Mana Lyrics – सुमिरन कर ले मेरे मना ।

Jeevan mukt soiee mukta ho Lyrics – जीवन मुक्त सोई मुक्ता हो।

Jeevan mukt soiee mukta ho Lyrics : _________________________________________________________________ जीवन मुक्त सोई मुक्ता हो। तब लगि जीवन मुक्ता नाहीं, तब लगि सुख दुख भुक्ता हो। टेक देह संग न होवै मुक्ता, मुये मुक्ति कहँ होई हो ।तीरथ वासी भये न मुक्ता, मुक्ति न धरनी सोई हो। १ जीव भरम की फाँस न काटी, मुये मुक्ति की आशा हो। जल का प्यासा जो नर होवै, सपने फिरत… Read More »Jeevan mukt soiee mukta ho Lyrics – जीवन मुक्त सोई मुक्ता हो।