Chaar din apni naubati chaley bajayi Lyrics – चार दिन अपनी नौबति चले बजाइ।
Chaar din apni naubati chaley bajayi Lyrics : _________________________________________________________________ चार दिन अपनी नौबति चले बजाइ। उतानैं खटिया गड़िले मटिया, संगि न कछु लै जाइ। १ देहरी बैठी मेहरी रोवै, द्वारे लगी सगी माई। मरघट लौं सब लोग कुटुंब मिलि, हंस अकेला जाई। २ वहि सुत वहि बित वहि पुर पाटन, बहुरि न देखै आई। कहत कबीर भजन बिन बंदे, जनम अकारथ जाई। ३ _________________________________________________________________