Ram Milan Ke Kaaj Sakhi Lyrics – राम मिलण के काज सखी
Ram Milan Ke Kaaj Sakhi Lyrics : _________________________________________________________________ राम मिलण के काज सखी, मेरे आरति उर में जागी री॥ 1. तड़फत तड़फत कल न परत है, बिरहबाण उर लागी री।निसदिन पंथ निहारूं पिव को, पलक न पल भरि लागी री॥ 2. पीव पीव मैं रटूं रात दिन, दूजी सुध बुध भागी री।बिरह भुजंग मेरो डस्यो है कलेजो, लहर हलाहल जागी री॥ 3. मेरी आरति मैटि… Read More »Ram Milan Ke Kaaj Sakhi Lyrics – राम मिलण के काज सखी