Gali To Chaaron Band Hui Hain Lyrics – गली तो चारों बंद हुई हैं
Gali To Chaaron Band Hui Hain Lyrics : _________________________________________________________________ गली तो चारों बंद हुई हैं, मैं हरि से मिलूं कैसे जाए। 1. ऊंची-नीची राह कटीली, पाँव नहीं ठहराए,सोच-सोच पग धरूँ जतन से, बार-बार दिग जाए। 2. ऊंचा नीचे महल पिया का, मोसो चढ़या न जाए,पिया दूर पंथ म्हारो झीणो, सुरत झकोला खाए। 3. कोस-कोस पर पहरा बैठा, पैण्ड-पैण्ड बट मार। हे विधिना कैसी रच दीनी,… Read More »Gali To Chaaron Band Hui Hain Lyrics – गली तो चारों बंद हुई हैं