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yari-sahib Bhajan Lyrics

Mann Gawaliya Sat Sukrat Tat Duhi Leh Lyrics – मन ग्वालिया सत सुकृत तत दुहि लेह

Mann Gawaliya Sat Sukrat Tat Duhi Leh Lyrics : _________________________________________________________________ मन ग्वालिया सत सुकृत तत दुहि लेह ।।टेक।। नैन दोहनि रूप भरि भरि, सुरति सब्द सनेह ।।1।। निझर झरत अकास उठत, अधर अधरहिं देह ।।2।। जेहि दुहत सेस महेस ब्रह्मा, कामधेनु बिहेद ।।3।। यारी मथ के लयौ माखन, गगन मगन भखेह ।।4।। _________________________________________________________________ man gvaaliyaa sat sukrit tat duhi leh .. Nain dohani roop bhari… Read More »Mann Gawaliya Sat Sukrat Tat Duhi Leh Lyrics – मन ग्वालिया सत सुकृत तत दुहि लेह

Jyoti Swaroopi Aatma Ghat Ghat Raho Samaya Lyrics – जोति सरूपी आतमा, घट घट रहो समाय।

Jyoti Swaroopi Aatma Ghat Ghat Raho Samaya Lyrics : _________________________________________________________________ जोति सरूपी आतमा, घट घट रहो समाय।परम तत्त मन भावनो, नेक न इत उत जाय।।1।। रूप रेख बरनौं कहा, कोटि सूर परगास।अगम अगोचर रूप है, कोउ पावै हरि को दास।।2।। नैनन आगे देखिये, तेज पुंज जगदीस।बाहर भीतर रमि रहयो, सो धरि राखो सीस।।3।। बाजत अनहद बाँसुरी, तिरबेनी के तीर।राग छतीसो होइ रहे, गरजत गगन गँभीर।।4।।… Read More »Jyoti Swaroopi Aatma Ghat Ghat Raho Samaya Lyrics – जोति सरूपी आतमा, घट घट रहो समाय।

Hari Jan Jeevta Nahi Mua Lyrics – हरि जन जीवता नहिं मुआ।

Hari Jan Jeevta Nahi Mua Lyrics : _________________________________________________________________ हरि जन जीवता नहिं मुआ।। टेक।। पाँच तीन पचीस पायक, बाँधि डारु कुआ ।।1।। अष्ट दल के कमल भीतर, बोलता इक सुआ ।।2।।तोरि पिंजर उड़न चाहत, प्रेम परगट हुआ ।।3।। सीव के घर सक्ति आई, खेलता जम जुआ ।।4।। काटि कसमल चढ़ो भाठी, सेस ससि घर चुआ ।।5।। गगन मद्धे सुरति लागी, सब्द अनहद हुआ ।।6।।दास यारी… Read More »Hari Jan Jeevta Nahi Mua Lyrics – हरि जन जीवता नहिं मुआ।