Guru ne pathaya chola nyamat laana Lyrics :
_________________________________________________________________
गुरु ने पठाया चोला न्यामत लाना। टेक
पहली न्यामत आटा लाना, ग्राम नगर के पास न जाना।
कूटा पिसा छाड़ि के चेला, झोली भर के लाना। १
दूसरी न्यामत जल ये आना, कुआँ बावली के पास न जाना।
नदी नाला बचाय के चेला, तुम्बा भर के लाना। २
तीसरी न्यामत कलिया लाना जीव जंतु के पास न जाना।
मूवा जीवा छाड़ि के चेला, हंडी भर के लाना। ३
चौथी न्यामत लकड़ी लाना, जंगल झाड़ के पास न जाना।
गीली सूखी बचाय के चेला, गाँठी बाँध के लाना। ४
कहहि कबीर सुनो भाई साधो, यह पद है निर्बाना।
जो यह पद का अर्थ लगावै , सोई संत सुजाना। ५
_________________________________________________________________