Kahar Ki Jahar Dil Beech Te Door Kar, Khoj Dil Beech Jehn Basat Hakka Lyrics :
_________________________________________________________________
कहर की जहर दिल बीच ते दूर कर, खोज दिल बीच जहँ बसत हक्का। १
खूब महबूब है खूब वह यार है, करन कारन जहाँ सबद पक्का। २
खड़े दर्दबंद दरवेस दरगाह में, खैर अौ मेहर मौजूद मक्का। ३
जिकिर का जिकिर कर फिकिर को दूर कर, कहैं कबीर यह सखुन पक्का। ४
_________________________________________________________________