Skip to content

Ko Jaanei Baat Paraye Mann Ki Lyrics – को जानै बात पराये मन की। 

Ko Jaanei Baat Paraye Mann Ki Lyrics :

_________________________________________________________________

को जानै बात पराये मन की। टेक 

रात अँधेरी चोरा डाँटे, आश लगाये पराये धन की। १ 

आँधर मिरग बने बन डोलै, लागा बान खबर ना तन की। २

महा मोह की नींद परी है,  चूनर लेगा सुहागिन तन की। ३

कहैं कबीर सुनो भाई साधो, गुरु जाने हैं पराये मन की। ४ 

_________________________________________________________________

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *