Koi Piyat Ram Ras Pyaala Lyrics :
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कोई पियत राम रस प्याला। टेक
रसना कटोरी भरि भरि पीवे, झुकत फिरे मतवाला। १
सत मत अमल चढ़ाय मगन मन, निर्मल विमल विसाला। २
रहे अदंड दंड नहिं जुग-जुग, पार न पावे काला। ३
अनमिलि रहे मिले नहिं जग में, तिरछी उनकी चाला। ४
कहैं कबीर सुनो भाई साधो, छाड़ि दिया भ्रम जाला। ५
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