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Musafir Kya Sove Ab Jaag Lyrics – मुसाफिर क्या सोवे अब जाग॥ टेक ॥

Musafir Kya Sove Ab Jaag Lyrics : _________________________________________________________________ मुसाफिर क्या सोवे अब जाग॥ टेक ॥इन बिरछन की नहि छाया देख भुलाया बाग़ ॥इस सराय में रहना नाहीं काहे करत है राग ॥यह सब चोर लगे संग तेरे इनसे बचकर भाग ॥ब्रम्‍हानंद देर मत कीजे अपने मार्ग लाग ॥ _________________________________________________________________ Musafir kyaa sove ab jaag ॥ Tek ॥In birachhan kee nahi chhaayaa dekh bhulaayaa baag ॥Is… Read More »Musafir Kya Sove Ab Jaag Lyrics – मुसाफिर क्या सोवे अब जाग॥ टेक ॥

Jai Jai Jagdish Ish Sharan Main Tumri Lyrics – जय जय जगदीश ईश शरण मैं तुमरी ॥ टेक ॥

Jai Jai Jagdish Ish Sharan Main Tumri Lyrics : _________________________________________________________________ जय जय जगदीश ईश शरण मैं तुमरी ॥ टेक ॥ब्रम्हा वेद बचन रटत शम्भू सदा ध्यान धरतसुर नर मुनि गान करत महिमा अति भारी ॥ १ ॥स्वर्ग भू पताललोक चंद्र सूर यथायोगनाना बिध पान भोग रचिया नर नारी ॥ २ ॥माया तुमरी दुरंत मोहे सब जीव जंतजतन करत साधुसंत उतरे कोई पारी ॥ ३ ॥तुमरी… Read More »Jai Jai Jagdish Ish Sharan Main Tumri Lyrics – जय जय जगदीश ईश शरण मैं तुमरी ॥ टेक ॥

Chali hai kulborni Ganga nahay Lyrics – चली है कुलबोरनी गंगा नहाय । टेक

Chali hai kulborni Ganga nahay Lyrics : _________________________________________________________________ चली है कुलबोरनी गंगा नहाय । टेक सतुवा कराइन बहुरी भुंजाइन, घूँघट ओटे मसकत जाय। १ गठरी बाँधिन मोटरी बाँधिन, खसम के मूड़े दिहिन धराय। २ बिछुवा पहिरिन अौंठा पहिरिन, लात खसम के मारिन धाय। ३ गंगा नहाइन जमुना नहाइन, नौ मन मैलहि लिहिन चढ़ाय। ४ पाँच पचीस के धक्का खाइन, घरहु की पूंजी आई गँवाय। ५… Read More »Chali hai kulborni Ganga nahay Lyrics – चली है कुलबोरनी गंगा नहाय । टेक