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Main Girdhar Ke Ghar Jaaoon Lyrics – मैं गिरधर के घर जाऊं

Main Girdhar Ke Ghar Jaaoon Lyrics : _________________________________________________________________ मैं गिरधर के घर जाऊं। गिरधर म्हारो साचो प्रीतम देखत रूप लुभाऊं। 1. रैन पड़े तब ही उठ जाऊं, भोर भए उठ आऊं,रैन दिनां वाके संग खेलूं, ज्यों त्यों ताहिं रिझाऊं। 2. जो पहरावे सोई पहरूं, जो देवे सोई खाऊं,मेरी उनकी प्रीत पुरानी, उन बिन पल न रहाऊं। 3. जहां बैठावे तित्त ही बैठूं, बेचे तो बिक… Read More »Main Girdhar Ke Ghar Jaaoon Lyrics – मैं गिरधर के घर जाऊं

Kahe Kun Bhiti Banaoon Tati, Ka Janoon Kahan Parihai Maati Lyrics – काहे कूँ  भीति बनाऊँ टाटी, का जानूँ कहाँ परिहैं माटी।

Kahe Kun Bhiti Banaoon Tati, Ka Janoon Kahan Parihai Maati Lyrics : _________________________________________________________________ काहे कूँ  भीति बनाऊँ टाटी, का जानूँ कहाँ परिहैं माटी। १ काहे कूँ मंदिर महल चिनाउं, मुवा पीछे घड़ी एक रहन न पाऊँ। २  काहे  को  छाऊँ ऊँच ऊँचेरा। साढ़े तीन हाथ घर मेरा। ३  कहैं कबीर नर गरब न कीजै, जेता तन तेती भुँइ लीजै। ४  _________________________________________________________________

Bina Hari Ke Bhajan Mufat Janma Gavaya Lyrics – बिना हरि के भजन मुफत जन्म गवाया

Bina Hari Ke Bhajan Mufat Janma Gavaya Lyrics : _________________________________________________________________ बिना हरि के भजन मुफत जन्म गवायादुनिया की मौज में फिरे सदा ही भुलाया || टेक ||यह बार बार देह मनुज का न मिलेगाडाली से टूटा फूल वो फिर न खिलेगादिन चार पांच के लिये क्या ढंग जमाया || 1 ||जिनको तू मानता है मेरे हैं यह प्यारेवो छोड़कर तुझे जॅंगल में घर को सिधारेपरलोक… Read More »Bina Hari Ke Bhajan Mufat Janma Gavaya Lyrics – बिना हरि के भजन मुफत जन्म गवाया