Ghar lootei hamaar dupahriya ma Lyrics – घर लूटै हमार दुपहरिया मा। टेक
Ghar lootei hamaar dupahriya ma Lyrics : _________________________________________________________________ घर लूटै हमार दुपहरिया मा। टेकलगाय उड़ाही पाँच जन बैठे,धूम मचावै कोठरिया मा। १ पूँजी गँवावत रैन सारी बीत गई, सूझे न ऐसे अन्धेरिया मा। २ भये पछलहारा चोर सब भागे, चितवैं ठाड़ डगरिया मा। ३ कहैं कबीर सुनो भाई साधो, बैठा रोवैं दुवरिया मा। ४ _________________________________________________________________