Haritum bhaktan ke hitakaar Lyrics – हरितुम भक्तन के हितकार
Haritum bhaktan ke hitakaar Lyrics : _________________________________________________________________ हरितुम भक्तन के हितकारभवसागर जल दुस्तर भारी लीजे मुझे उबार ॥ टेक ॥गज अरु ग्राह लडे जब जल में गज ने पाई हारमन में सुमरण किया तुमारा पहुंचे गरुड सवार ॥ १तुमरे दर्शन कारण ध्रुव ने तप कीनों मन धारअचल राज्य टिस्को प्रभु दीना दे अपना दीदार ॥ २प्रीत देख प्रह्लाद भक्त की निकले थंभ बिदारहिरनकशप को पकड… Read More »Haritum bhaktan ke hitakaar Lyrics – हरितुम भक्तन के हितकार