Skip to content

Bhajan Lyrics

Hari Sumaran Bin Din Jae Rahe Lyrics – हरि सुमरण बिन दिन जाय रहे

Hari Sumaran Bin Din Jae Rahe Lyrics : _________________________________________________________________ हरि सुमरण बिन दिन जाय रहेएजी जाय रहे नित धाय रहे ॥ टेक ॥बालपणा खेलन में खोया जोबन काम लुभाय रहे ॥वृद्धपणे में शिथिल भयो तन नाना रोग सताय रहे ॥जप तप दान योग नहि कीनो बिरथा जन्म गमाय रहे ॥ब्रम्‍हानंद भजन बिन प्रभु के भवसागर भटकाय रहे ॥ _________________________________________________________________ Hari sumrn bin din jaay rheEji… Read More »Hari Sumaran Bin Din Jae Rahe Lyrics – हरि सुमरण बिन दिन जाय रहे

Ab Jaag Musafir Neend Na Karo Piyaari Re Lyrics – अब जाग मुसाफिर नींद न करो पियारी रे ॥ टेक ॥

Ab Jaag Musafir Neend Na Karo Piyaari Re Lyrics : _________________________________________________________________ अब जाग मुसाफिर नींद न करो पियारी रे ॥ टेक ॥घडिघड़ि पलपल छिनछिन करके रैन गुजरिया सारी रे ॥जाना आज जरूरी तुझको उठकर करो तियारी रे ॥कोई न संग सहायक तेरो पंथ कठिन भयभारी रे ॥ब्रम्‍हानंद सुमर जगदीश्वर वो तेरा हितकारी रे ॥ _________________________________________________________________ Ab jaag musafir neend na karo piyaari re || tek… Read More »Ab Jaag Musafir Neend Na Karo Piyaari Re Lyrics – अब जाग मुसाफिर नींद न करो पियारी रे ॥ टेक ॥

Kit Jaavoge Kit Jaavoge Kab Tak Nij Roop Chhipaavogey Lyrics – कित जावोगे कित जावोगे कबतक निजरूप छिपावोगे ॥ टेक ॥

Kit Jaavoge Kit Jaavoge Kab Tak Nij Roop Chhipaavogey Lyrics : _________________________________________________________________ कित जावोगे कित जावोगे कबतक निजरूप छिपावोगे ॥ टेक ॥छोडूं मैं सब घरके काजा दूर धरूं सब जगकी लाजापकड रहूँ तेरा दरवाजा कैसे मुझे ह्टावोगे ॥ १जोगन बन कर ढूंढन जावुं घर घर तेरा खोज लगावूंपीछे फिरकर कबि न आवुं कौन जगा अटकावोगे ॥ २तेरे कारण महल सजावुं चुनचुन कलियां सेज बिछावुंचरणकमल में… Read More »Kit Jaavoge Kit Jaavoge Kab Tak Nij Roop Chhipaavogey Lyrics – कित जावोगे कित जावोगे कबतक निजरूप छिपावोगे ॥ टेक ॥