Hari Jan Jeevta Nahi Mua Lyrics – हरि जन जीवता नहिं मुआ।
Hari Jan Jeevta Nahi Mua Lyrics : _________________________________________________________________ हरि जन जीवता नहिं मुआ।। टेक।। पाँच तीन पचीस पायक, बाँधि डारु कुआ ।।1।। अष्ट दल के कमल भीतर, बोलता इक सुआ ।।2।।तोरि पिंजर उड़न चाहत, प्रेम परगट हुआ ।।3।। सीव के घर सक्ति आई, खेलता जम जुआ ।।4।। काटि कसमल चढ़ो भाठी, सेस ससि घर चुआ ।।5।। गगन मद्धे सुरति लागी, सब्द अनहद हुआ ।।6।।दास यारी… Read More »Hari Jan Jeevta Nahi Mua Lyrics – हरि जन जीवता नहिं मुआ।