Suni Naah Prabh Lyrics – सुणि नाह प्रभू जीउ, एकलड़ी बन माहे
Suni Naah Prabh Lyrics : _________________________________________________________________ सुणि नाह प्रभू जीउ, एकलड़ी बन माहे।।किउ धीरैगी नाह बिना, प्रभ वेपरवाहे।। 1. धन नाह बाझहु रहि न साकै, बिखम रैणि घणेरीआ।।नह नीद आवै प्रेमु भावै, सुणि बेनंती मेरीआ।। 2. बाझहु पिआरे कोइ न सारे, एकलड़ी कुरलाए।।नानक सा धन मिलै मिलाई, बिन प्रीतम दुखु पाए।। _________________________________________________________________