Mann Re Parsi Hari Ke Charan Lyrics – मन रे परसि हरि के चरण
Mann Re Parsi Hari Ke Charan Lyrics : _________________________________________________________________ मन रे परसि हरि के चरण। 1. सुभग सीतल कंवल कोमल,त्रिविध ज्वाला हरण।जिण चरण प्रहलाद परसे, इंद्र पदवी धरण।। 2. जिण चरण ध्रुव अटल कीन्हे, राख अपनी सरण।जिण चरण ब्रह्मांड भेट्यो, नखसिखां सिर धरण।। 3. जिण चरण प्रभु परसि लीने, तेरी गोतम घरण।जिण चरण कालीनाग नाथ्यो, गोप लीला-करण।। 4. जिण चरण गोबरधन धारयो, गर्व मघवा हरण।दासि… Read More »Mann Re Parsi Hari Ke Charan Lyrics – मन रे परसि हरि के चरण