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Bhajan Lyrics

Janam dhari jo na kiya satsang Lyrics – जन्म धरि जो न किया सत्संग।

Janam dhari jo na kiya satsang Lyrics : _________________________________________________________________ जन्म धरि जो न किया सत्संग।ताको केवल पशु करि मानो, यदपि मनुष का अंग। टेक करत अहार निद्रा भय मैथुन, लाग्यो विषय सुरंग। वामें अजहुँ न चेत्यो मूरख, काल करेगा भंग। १ काह भयो पीताम्बर पहिरे, चढ़े कु हस्ति तुरंग। वामें काह बड़ाई देखी, फूल्यो हृदय उमंग। २ निर्मल चित्त करि कभी न नहायो, संत स्वरूपी… Read More »Janam dhari jo na kiya satsang Lyrics – जन्म धरि जो न किया सत्संग।

Alif – Ek Hari Naam Vichar Be Lyrics – अलिफ़- एक हरि नाम विचार। बे- भजु बिस्व तारन संसार

Alif – Ek Hari Naam Vichar Be Lyrics : _________________________________________________________________ अलिफ़- एक हरि नाम विचार। बे- भजु बिस्व तारन संसार ।1।ते- त्रिभुवन सब घट में राजा। से- साबित जे चित में साजा ।2।जीम- जगत पति हिरदे राखहु। हे- हलीम हवै गुरु हरि भाषहु ।3।खे- ख्यालक छोड़हु सब ही झूठ। दाल- दयालहिं सुमिरहु हिये अनूठ ।4।ज़ाल- जात में राखहु प्रीती। रे- राम सुमिरु मन तजि जग… Read More »Alif – Ek Hari Naam Vichar Be Lyrics – अलिफ़- एक हरि नाम विचार। बे- भजु बिस्व तारन संसार

Hori Kunj Galin Mein Khelat Nand Kumar Ri Lyrics – होरी कुञ्ज गलिन में खेलत नंद कुमार री ॥ टेक ॥

Hori Kunj Galin Mein Khelat Nand Kumar Ri Lyrics : _________________________________________________________________ होरी कुञ्ज गलिन में खेलत नंद कुमार री ॥ टेक ॥मोरमुकुट सिर ऊपर सोहे गल फूलन के हार रीपीताम्बर कटी बीच बिराजे पग नूपुर झंकार री ॥ १ग्वालबाल सब मिलकर खेलें खेलें ब्रज की नार रीभरभर रंग परस्पर छोडें पिचकारिन की धार री ॥ २लाल गुलाल अबीर उडावें केसर छुटत फुवार रीभूषण बसन बदन… Read More »Hori Kunj Galin Mein Khelat Nand Kumar Ri Lyrics – होरी कुञ्ज गलिन में खेलत नंद कुमार री ॥ टेक ॥