Jinki lagan Guru se naaee Lyrics – जिनकी लगन गुरू से नाईं।
Jinki lagan Guru se naaee Lyrics : _________________________________________________________________ जिनकी लगन गुरू से नाईं। ते नर पशु सम जग में जीवत, विरथा जनम गँवाई । टेक अमृत छोड़ि विषय रस पीवै, धृक धृक तिनके ताई । बिनु विवेक ते दहुँ दिशि भटके, भूकत लखि परीछाईं । १ हरि बेल की कोरि तुमरिया, सब तीरथ करि आईं । जगन्नाथ के दर्शन करके, अजहुँ न गई करुवाई ।… Read More »Jinki lagan Guru se naaee Lyrics – जिनकी लगन गुरू से नाईं।