Phagun Ke Din Char Lyrics – फागुन के दिन चार
Phagun Ke Din Char Lyrics : _________________________________________________________________ फागुन के दिन चार होरी खेल मना रे। 1. बिन करताल पखावज बाजे, अनहद की झंकार रे। 2. बिन सुर राग छतीसूं गावे, रोम रोम रंगसार रे। 3. उड़त गुलाल लाल भए बादल, बरसत रंग अपार रे। 4. घट के पट सब खोल दिए हैं, लोकलाज है डार रे। 5. मीरा के प्रभु गिरधर नागर, चरण कमल बलिहार… Read More »Phagun Ke Din Char Lyrics – फागुन के दिन चार