Aisi Lagan Lagaye Kahan Jaasi Lyrics – ऐसी लगन लगाय कहाँ जासी।
Aisi Lagan Lagaye Kahan Jaasi Lyrics : _________________________________________________________________ ऐसी लगन लगाय कहाँ जासी। टेक मूढ़ सुवा सेमर एक सेवे, छाँड़ चला संग साथी। फूल झरे जबहीं फल लागे, सुवना भये हुलासी॥ १ चोंच मार सुवना पछताना, लाग गले बिच फाँसी। हम तो जाने अमृत फल है, लाल फूल बिसवासी॥ २ तब भी आशा छूटत नाहीं, निकले अंत रुनवासी। कहैं कबीर सुनो भाई साधो, सुवना भये निराशी॥ ३ … Read More »Aisi Lagan Lagaye Kahan Jaasi Lyrics – ऐसी लगन लगाय कहाँ जासी।