Jaag Musafir Kya Sukh Sove Lyrics – जाग मुसाफर क्या सुख सोवे
Jaag Musafir Kya Sukh Sove Lyrics : _________________________________________________________________ जाग मुसाफर क्या सुख सोवे आखिर तझको जाना है रे ॥ टेक ॥इस सराय में रह्न न पावे क्या रजक क्या राना हैरेकाहे पैर फैलावे मूरख घडी पलक ठहराना हैरे ॥इक आवत दूजा चल जावे कायम नहीं ठिकाना हैरेतेह छलभरियां सुन्दर परियां काहे देख लुभाना हैरेइस मकान में चोर बसत हैं अपना माल बचाना हैरेआपर देस खर्च… Read More »Jaag Musafir Kya Sukh Sove Lyrics – जाग मुसाफर क्या सुख सोवे