Karo Na Koi Mann Ki Parteet Lyrics – करो न कोई मन की परतीत।
Karo Na Koi Mann Ki Parteet Lyrics : _________________________________________________________________ करो न कोई मन की परतीत। थाह बताय डुबावत भव में, बनि हितकारी मीत। टेक गने न उदय अस्त निसिवासर, छाँह धूप जल सीत। १ भटकत फिरे निरंतर चहुँ दिश, ऐसो महा पलीत। २ स्वर्ग पताल जाय एकपल में, कपि सम अति निर्भीत। ३ गण गन्धर्व असुर सुर किन्नर, सबको लीन्हा जीत। ४ ऋषि मुनि जोगी… Read More »Karo Na Koi Mann Ki Parteet Lyrics – करो न कोई मन की परतीत।