Bina Satsang Ke Mere Nahin Dil Ko Karari Hai Lyrics – बिना सतसंग के मेरे नहीं दिल को करारी है
Bina Satsang Ke Mere Nahin Dil Ko Karari Hai Lyrics : _________________________________________________________________ बिना सतसंग के मेरे नहीं दिल को करारी है || टेक ||जगत के बीच में आया मनुज की देह को पाकरफसाया जाल माया के याद प्रभु की बिसारी है ||सकल संसार के अंदर नहीं हितकर है कोईनज़र फैलायकर देखा सबी मतलब की यारी है ||किये जप नेम ताप पूजन फिरा तीरथ के धामों… Read More »Bina Satsang Ke Mere Nahin Dil Ko Karari Hai Lyrics – बिना सतसंग के मेरे नहीं दिल को करारी है