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brahmanand Bhajan Lyrics

Pachhtavenga Pachhtavenga Phir Vela Hath Na Aavega Lyrics – पछतावेंगा पछतावेंगा फिर वेला हथ न आवेगा ॥ टेक ॥

Pachhtavenga Pachhtavenga Phir Vela Hath Na Aavega Lyrics : _________________________________________________________________ पछतावेंगा पछतावेंगा फिर वेला हथ न आवेगा ॥ टेक ॥रतन अमोलक मिलया भारी कांच समझकर दीना डारीपीछे खोजत फिरे अनारी फेर कबी नहि पावेगा ॥ १नदी किनारे बाग़ लगाया गाफिल सोवे ठंडी छायाचुन चुन चिड़ियां सब फल खाया खाली खेत रहावेगा ॥ २रेता का तुं महल बनावे करकर जातन समान जमावेपल में बरखा आन गिरावे… Read More »Pachhtavenga Pachhtavenga Phir Vela Hath Na Aavega Lyrics – पछतावेंगा पछतावेंगा फिर वेला हथ न आवेगा ॥ टेक ॥

Aaaj Meri Suniye Araj Girdhari Lyrics – आज मेरी सुनिये अरज गिरधारी

Aaaj Meri Suniye Araj Girdhari Lyrics : _________________________________________________________________ आज मेरी सुनिये अरज गिरधारीमैं तो आया हूँ शरण तुमारी || टेक || बालापन सब खेल गवायो तरुण कियो वश नारीगृह कुटुम्ब के पोशण कारण परघर होय भिखारीमैं जानत यह बांधव मेरे स्वारथ की सब यारीधन से हीन भयो मैं जबही सबको लाग्यो खारीआया था जिस काम करनको उसकी याद बिसारीआकर मायाजाल में फन्सिया निकलन की नहि… Read More »Aaaj Meri Suniye Araj Girdhari Lyrics – आज मेरी सुनिये अरज गिरधारी

Prabhu Nirvikaar Jag Rachanhara | Mahima Apaar Nahi Milat Paar Lyrics – प्रभु निर्विकार जग रचनहार। महिमा अपार नहि मिलत पार ।

Prabhu Nirvikaar Jag Rachanhara | Mahima Apaar Nahi Milat Paar Lyrics : _________________________________________________________________ प्रभु निर्विकार जग रचनहार। महिमा अपार नहि मिलत पार ।करकर विचार । मैं तो निश दिन हारो ॥ १ ॥सब विश्व भरण भव तापहरण । दीनन के शरण दुखदूर करण ।मेरो जनम मरण । सब बंधन टारो ॥ २ ॥तुम जगत नाथ मैं हुं अनाथ । मेरो पकड हाथ रख अपने साथ… Read More »Prabhu Nirvikaar Jag Rachanhara | Mahima Apaar Nahi Milat Paar Lyrics – प्रभु निर्विकार जग रचनहार। महिमा अपार नहि मिलत पार ।