Anhad Ki Dhun Pyari Lyrics – अनहद की धुन प्यारी
Anhad Ki Dhun Pyari Lyrics : _________________________________________________________________ अनहद की धुन प्यारी साधो। 1. आसन पद्म लगाकर कर से कान की बारी रे। झीनी धुन में सुरत लगावो तो नाद झनकारी रे।। 2. घंटा शंख बंसरी वीणा ताल मृदंग नगारी रे। पहले पहले रल मिल बाजे पीछे न्यारी रे।। 3. दिन-दिन सुनन नाद जब बिकसे काया कंपत सारी रे। अमृत बूँद झरे मुख माहीं योगी जन… Read More »Anhad Ki Dhun Pyari Lyrics – अनहद की धुन प्यारी