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brahmanand Bhajan Lyrics

Anhad Ki Dhun Pyari Lyrics – अनहद की धुन प्यारी

Anhad Ki Dhun Pyari Lyrics : _________________________________________________________________ अनहद की धुन प्यारी साधो। 1. आसन पद्म लगाकर कर से कान की बारी रे। झीनी धुन में सुरत लगावो तो नाद झनकारी रे।। 2. घंटा शंख बंसरी वीणा ताल मृदंग नगारी रे। पहले पहले रल मिल बाजे पीछे न्यारी रे।। 3. दिन-दिन सुनन नाद जब बिकसे काया कंपत सारी रे। अमृत बूँद झरे मुख माहीं योगी जन… Read More »Anhad Ki Dhun Pyari Lyrics – अनहद की धुन प्यारी

Bina Satsang Ke Mere Nahin Dil Ko Karari Hai Lyrics – बिना सतसंग के मेरे नहीं दिल को करारी है

Bina Satsang Ke Mere Nahin Dil Ko Karari Hai Lyrics : _________________________________________________________________ बिना सतसंग के मेरे नहीं दिल को करारी है || टेक ||जगत के बीच में आया मनुज की देह को पाकरफसाया जाल माया के याद प्रभु की बिसारी है ||सकल संसार के अंदर नहीं हितकर है कोईनज़र फैलायकर देखा सबी मतलब की यारी है ||किये जप नेम ताप पूजन फिरा तीरथ के धामों… Read More »Bina Satsang Ke Mere Nahin Dil Ko Karari Hai Lyrics – बिना सतसंग के मेरे नहीं दिल को करारी है

Aayo Basant Sakhi Ri Mil Kheliye Hori Lyrics – आयो बसंत सखीरी मिल खेलिये होरी ॥ टेक ॥

Aayo Basant Sakhi Ri Mil Kheliye Hori Lyrics : _________________________________________________________________ आयो बसंत सखीरी मिल खेलिये होरी ॥ टेक ॥परके भूल गई गृह काजन मन में ताप रहो रीजिनजिन खेली होरी शाम संग तिन बड भाग्य भयो रीमिल खेलिये होरी ॥ १तज सब काज आज घरके रे लाज को दूर धरो रीफागन के दिन बीत जात फिर पीछे पछतो रीमिल खेलिये होरी ॥ २सब संगति वृंदावन… Read More »Aayo Basant Sakhi Ri Mil Kheliye Hori Lyrics – आयो बसंत सखीरी मिल खेलिये होरी ॥ टेक ॥